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मंगलवार, नवंबर 02, 2004

तू केर? खांमखा

तू केर? खांमखा

कदि तव्हा के मारूह खे बे जे पचड़न मे टंग विझण दिठो, तब?
पहिरियो हिकणो धणी हयो लखनऊअ मे हाणे. ब्यो पैदा थियो आहे कोलम्बो श्रीलंका मे, हिन छा कियो...तव्हा पाणहि पढी वठो....... संक्षेप मे मा बुदायाव तो...

तव्हा सभिनी खे त पतो हि हुन्दो के अज अमरीका मे सदर जो इलेक्शन थी प्यो रहवे, अन्जा रिजल्ट अचण मे घणयी देर आहे, पर हिन धणीय खे चुरको प्यो, बरदाशत कोन थियुस, हणी खणी अखबार मे सजे पन्ने जो एडवरटाइजमेन्ट दयी रखियं, छाजो? अरे भायी पहिन्जी बुश अंकल खे वाधायिय जो ब्यो छाजो...पूरा १० लख खर्च कया तै, वधायी देयण मे का खराबी कोने.. पर अन्जय इओ ही पतो कोने कि अदो बुश खटन्दो भी कि कोन. बुश भी वाहिरियो थी पयो होन्दो, सोचन्दो हुन्दो हि कैहड़ो माहरू आहे.

हिन खे चवन्दा आहिन तूह कैर, खांमखा... छो प्यो पिले.... इयें हि शौक आहे..
हुए भी बदा चई वया आहिन कि यन्ज पराई हमक नचे...

सो अदा हि माहिणु भी हमक थो ना?

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  • I'm Jitendra Chaudhary
  • From Kuwait, Middle East, Kuwait
  • जन्म से कानपुरी, लेकिन रोटी के लिये मिट्टी से दूर,Database और VB के डाक्टर, Internet के लती, खाना छोड़ सकते है Surfing नही.लेखन मे उग्र.,राजनेताओ से खासी चिढ,भारत की सामाजिक एवम राजनैतिक दुर्दशा से व्यथित.आजकल कुवैत मे डेरा है, यही पर बसेरा है.अक्सर Middle East और यूरोप के बीच चक्कर लगाते हुए पाये जाते है,क्या करे रोजी रोटी का सवाल है. -----सपनाः हिन्दी इन्टरनेट की आधिकारिक भाषा बने.------ -----पसन्दः राजनीतिक चर्चा------ -----नापसन्दःनहाने के बाद,पत्नी द्वारा,बाथरूम मे वाइपर लगाने को बाध्य किया जाना-----
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