बुधवार, नवंबर 10, 2004 

दियारीय जी वाधाइयू

Diwali
मुहिन्जी तरफ खौ पहिन्जे सिन्धी भाउरन ए भैनिरून खे दियारीय जियू लख लख वाधाइयू
भगवान करे तव्हान्जि दियारी ए अचण वारो सजो साल सुख,शान्ति ए खुशिन ए भरपूर रहे.


मंगलवार, नवंबर 02, 2004 

सिन्ध जी खबरियू

हैदराबाद सिन्ध अक्टूबर १५,२००४

हैदराबाद सिन्ध मे स्टेशन रोड ते हिक लगभग 100 साल पुराणी सिन्धी धर्मशाला हुई, इया धर्मशाला सन १९०६ मे सेठ मोहनदास मेंघराज ठारायी हुयी,जैको गरीब गुरबन जो वदो बुधन्दर हुओ. इन इमारत,खे पाकिस्तान सरकार, पुराणी बिल्डिंग मे शुमार कयो हुयो,हिते लगभग 175 पुराणी इमारतइयो हुयो,पर हाणे लगभग 112 इमारतयू मटियामेट थी चुकी आहिन.

हिन धर्मशाला,जैका विधवाऊ ए अनाथ बारन जे लाय ठारयी वयी हुयी, ए हिन मे हिक मन्दिर भी हुओ, बँटवारे खो पोय पाकिस्तान इवैक्यूइ प्रापर्टी ट्रस्ट के हथ मे हुयी, हाणे इया बिल्डिंग भी, हिक बिल्डर खे लीज ते दिनल आहे, हि बिल्डर हिन जे जगह ते हिक कमर्शियल प्लाजा ठायण तो चाहे..

हिक हिक करे पुराणी सजी बिल्डिंगज जो इयो ही हाल तो पयो थे, मुखे पतो आहे कि तव्हा घणन जी यादु,हिन या हिन जैहड़ी बै का बिल्डिंग सा जुड़ल हुन्दी, पर असा हिन मैल कुछ भी कोन ता करे सखऊ, देश छद् यो , परदेस वसियासे.... बस यादिन जे सहारे आहियू

 

तू केर? खांमखा

तू केर? खांमखा

कदि तव्हा के मारूह खे बे जे पचड़न मे टंग विझण दिठो, तब?
पहिरियो हिकणो धणी हयो लखनऊअ मे हाणे. ब्यो पैदा थियो आहे कोलम्बो श्रीलंका मे, हिन छा कियो...तव्हा पाणहि पढी वठो....... संक्षेप मे मा बुदायाव तो...

तव्हा सभिनी खे त पतो हि हुन्दो के अज अमरीका मे सदर जो इलेक्शन थी प्यो रहवे, अन्जा रिजल्ट अचण मे घणयी देर आहे, पर हिन धणीय खे चुरको प्यो, बरदाशत कोन थियुस, हणी खणी अखबार मे सजे पन्ने जो एडवरटाइजमेन्ट दयी रखियं, छाजो? अरे भायी पहिन्जी बुश अंकल खे वाधायिय जो ब्यो छाजो...पूरा १० लख खर्च कया तै, वधायी देयण मे का खराबी कोने.. पर अन्जय इओ ही पतो कोने कि अदो बुश खटन्दो भी कि कोन. बुश भी वाहिरियो थी पयो होन्दो, सोचन्दो हुन्दो हि कैहड़ो माहरू आहे.

हिन खे चवन्दा आहिन तूह कैर, खांमखा... छो प्यो पिले.... इयें हि शौक आहे..
हुए भी बदा चई वया आहिन कि यन्ज पराई हमक नचे...

सो अदा हि माहिणु भी हमक थो ना?

About me

  • I'm Jitendra Chaudhary
  • From Kuwait, Middle East, Kuwait
  • जन्म से कानपुरी, लेकिन रोटी के लिये मिट्टी से दूर,Database और VB के डाक्टर, Internet के लती, खाना छोड़ सकते है Surfing नही.लेखन मे उग्र.,राजनेताओ से खासी चिढ,भारत की सामाजिक एवम राजनैतिक दुर्दशा से व्यथित.आजकल कुवैत मे डेरा है, यही पर बसेरा है.अक्सर Middle East और यूरोप के बीच चक्कर लगाते हुए पाये जाते है,क्या करे रोजी रोटी का सवाल है. -----सपनाः हिन्दी इन्टरनेट की आधिकारिक भाषा बने.------ -----पसन्दः राजनीतिक चर्चा------ -----नापसन्दःनहाने के बाद,पत्नी द्वारा,बाथरूम मे वाइपर लगाने को बाध्य किया जाना-----
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